3 दिसंबर, 1971 की रात सवा बारह बजे विशाखापत्तनम बंदरगाह पर ज़बरदस्त धमाका सुनाई दिया. पाकिस्तानी नौसेना ने गाज़ी को विक्रांत को डुबोने के लिए इस यकीन के साथ विशाखापत्तनम रवाना किया कि विक्रांत वहाँ डेरा डाले हुए है. पीएनएस गाज़ी वास्तव में एक अमरीकी पनडुब्बी थी, जिसका पुराना नाम यूएसएस डियाबलो था. इसे 1963 में अमरीका ने पाकिस्तान को दिया था. रेहान फ़ज़ल से सुनिए, गाज़ी के डूबने की असली कहानी.
तस्वीरें: गेटी इमेज़स और गाज़ी फ़िल्म पोस्टर
source